99 रूपीज स्टोर शुरू करें, कमाई करें रोजाना हजारों की

Table of Contents

99 रूपीज स्टोर शुरू करें, कमाई करें रोजाना हजारों की

99 रूपीज स्टोर को किसी भी छोटे-बड़े शहर में शुरू कर कम ही दिनों में इसे जमा सकते हैं. और अच्छी कमाई कर सकते हैं. सबके मन में सवाल जरूर आ रहा होगा कि 99 रूपीज स्टोर ही क्यों? विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी सामान की प्राइज एक रूपए कम करने पर कस्टमर पर मनोवैज्ञानिक असर होता है. उसे लगता है वह तीन अंकों के सामन के रेट की बजाए दो अंक के रेट वाले सामान खरीद रहा है. जिन कस्टमर को हंडरेड रूपीज अधिक लगता है वहीं 99 रूपीज कम लगने लगता हैं. इसकी वजह से 99 स्टोर पर अक्सर कस्टमर की भीड़ लगने लगती है.

इस तरह के शाॅप शहर में शुरू होने पर लोगों को यह युनिक लगता है. जिसकी वजह से शाॅप के प्रति लोगों का अट्रैक्शन काफी तेजी से बढ़ता है. इस अट्रैक्शन के चलते लोग शाॅप पर माल खरीदने के लिए खिंचें चले जाते हैं.

99 स्टोर का बेसिक फंडा

99 स्टोर का बेसिक फंडा बड़ा ही सिम्पल है. स्टोर पर हर माल को 99 रूपीज में बेचना होता है. भले ही इस स्टोर पर हर माल 99 रूपए बेचना होता है, पर इस बात का ध्यान रखें. बिजनेस को हल्के में लेकर इसे शुरू ना करें. इसके लिए बड़े ही प्लानिंग की आवश्यकता होगी तब जाकर आपको इससे लाभ मिलेगा.

99 स्टोर की एक लंबी रेंज हैं जिसकी वजह से इसे बड़े स्केल पर शुरू करना अधिक फायदेमंद होता है. जिनके पास बजट नहीं हैं. वे इस बिजनेस को कम बजट में शुरू धीरे-धीरे काफी बड़े स्तर पर ले जा सकते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि छोटे शहर के लिए 99 रूपीज स्टोर का कांसेकप्ट नया होने की वजह से रिस्पांस काफी जल्दी मिल जाता है.

रेंटल बिजनेस : प्रति माह कमाएं लाखों

 

फैमेली स्टोर की तरह तैयार करें

99 रूपीज स्टोर पर किसी भी प्रोडेक्ट को सेल करने के लिए रख देने से काम नहीं चलेगा. स्टोर को फैमेली स्टोर की तरह तैयार करना होगा. मतलब फैमली के हर छोटे-बड़े मेम्बर के लिए जैसे किशोर, जवान, बुढ़े हर उम्र के लोगों के लिए प्रोडेक्ट स्टोर में होना चाहिए. तभी अच्छा रिस्पांस मिलेगा.

इसके लिए कुछ कटेगरी बनाए. जैसे बच्चों के लिए टाॅय, गेम, स्टेशनरी, किशोर के लिए गिफ्ट आयटम, लेडिज के लिए व्युटी प्रोडेक्ट, लेडिज एसेसरीज, मेल के लिए मैन एसेसरीज जिनमें पेन, कीचेन, डायरी, पर्स, बेल्ट, डियो, परफ्युम आदि हो, बुर्जुगो के लिए धार्मिक चीजें आदि रखें, ताकि सबको अपनी जरूरत का सामान 99 रूपीज में मिल जाएं.

शाॅप का वातावरण कूल-कूल हो

शाॅप का वातावरण पूरी तरह से कूल होना चाहिए. इसके लिए शाॅप पर एसी जरूर लगवाएं. एसी लगावाने में पैसा जरूर खर्च होगा. हर माह बिल भी अधिक आएगा. इसके बावजूद ऐसे शाॅप पर एसी लगवाना काफी फायदेमंद होता है. एक मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, जिस दुकान में एसी की व्यवस्था होती है उन दुकानों में बिक्री भी अधिक होती है. अब आप सोच रहे होंगे कि एसी से माल बिक्री का क्या कनेक्शन है?

बहुत बड़ा कनेक्शन है. एक रिर्पोट के अनुसार, देखा गया है जब भी कस्टमर धूप गर्मी से चलकर किसी कूल स्थान में जब पहुंचता है, एसी की कूल हवा में उसका दिल और दिमाग तरोजाता हो जाता है. कुछ ही देर में वह राहत महसूस करने लगता है. ऐसे में खरीददारी में उसका मन लगता है. वह जल्दी ही अपनी पसंद की चीजों का चुनाव करना शुरू कर देता है. करते-करते वह दो-चार चीजें अधिक खरीददारी कर लेता है. माॅल में लोगों द्वारा अधिक खरीददारी करने की एक वजह यह भी है.

Fruit and Vegetable Business

 

लोकेशन का सही चुनाव करें

किसी भी छोटे-बड़े शहर में 99 रूपीज शाॅप शुरू करने की सोच रहे हैं तो इसके लोकेशन का सही चुनाव करें. शाॅप के लिए भीड़भाड़ वाले इलाके, मेन मार्केट, पाॅश एरिया, शहर के माॅल आदि जगहों पर ही लें. ऐसे लोकेशन पर शाॅप को पिकअप लेने में देर नहीं लगती. छोटे शहरो में मार्केट एरिया में जगह मिलने पर थोड़े साइड का लोकेशन भी चल जाता है. क्योंकि छोटे शहर में लोग अपनी जरूरत के सामान के लिए कहीं गली में भी पहुंच जाते हैं.

99 रूपीज शाॅप शुरू करने के पहले अपने शहर और अपने लोकेशन का सर्वेक्षण जरूर करें. इस बात पर ध्यान दें उस एरिया में किस चीज की डिमांड अधिक हैं. उसी के हिसाब से खरीददारी करें. इस बात का भी ध्यान रखें. यदि आपकी शाॅप कालेज एरिया में हैं तो स्टुडेंट के लिए नए-नए आयटम पर फोकस करें. स्लम इलाके में होने पर घरेलू सामानों पर अधिक ध्यान दें.

स्टोर का डेकोरेशन काफी अटैक्टीव हो

99 रूपीज शाॅप छोटे शहर में खोलें या बड़े शहर में शाॅप के डेकोरेशन पर ध्यान दें. डेकोरेशन काफी अटैक्टीव होना चाहिए. शाॅप का लुक बाहर से ऐसा होना चाहिए कि शाॅप पर नजर पड़ते ही कस्टमर शाॅप के अंदर आने के लिए मजबूर हो जाएं. अंदर का इंटीरियल भी काफी अच्छा होना चाहिए. चीजों का रख रखाव ऐसा हो कि शाॅप पर रखी हर चीजें कस्टमर को साफ नजर आएं. शाॅप के अंदर लाइटिंग की व्यवस्था बढ़िया होनी चाहिए. कस्टमर को सर्विस देने के लिए सेल्स बाॅयस या गर्लस होने चाहिए, ताकि कस्टमर को किसी भी सामान को ढुढ़ने में परेशानी ना हो.

ऐसे शाॅप शुरू करने के लिए छोटे शहर के 2 से 5 लाख रूपए तथा बड़े शहरों के लिए 5 से 10 लाख रूपयों की आवश्यकता होगी. शाॅप पर हमेशा यूज होने वालें चीजों के साथ कुछ युनिक चीजें भी रखें जो आपके आसपास के दुकानों पर ना मिलें.

शाॅप शुरू करने पर गुमस्ता यानी शाॅप एक्ट लायसेंस लेना होगा यह लायसेंस शाॅप शुरू करने के 90 दिनों के अंदर लेना जरूरी होता है. इसके अलावा एमएसएमई द्वारा जारी आॅनलाइन उद्योग आधार का रजिस्टेªशन जरूर बनवा लें.

पब्लिसिटी पर ध्यान दें

99 रूपीज स्टोर से आप यदि अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो शाॅप की पब्लिसिटी पर भी ध्यान देना होगा. पब्लिसीटी के लिए अपने एरिया में पम्पलेट बटावएं. शॅाप पर अच्छा सा बोर्ड लगवाएं. जगह-जगह पर बैनर लगवाएं. समय-समय पर अपने शहर के स्कूलों में छोटे-मोटे प्रोग्राम करवाएं. वहां कुछ प्राइज डिस्टीवुट करें. पूजा पांडाल या लोकल क्रिकेट मैच के स्पांसर बनें वहां अपने बैनर पोस्टर लगवाएं. खुद या दुसरे दुकानदार से मिल कर गिफ्ट हैंपर या लकी कूपन की स्कीम चलाएं. इससे दोनों को ही अच्छा रिस्पाॅस मिलेगा. हाट बाजार के माइक लगा कर एलान करवाएं. यह काफी पुराना तरीका होने के बाद भी यह छोटे शहरों में आज भी काॅफी पाॅपुलर है.

आॅनलाइन 99 रूपीज शाॅप

आॅनलाइन का जमाना है. आजकल 99 रूपीज शाॅप आॅनलाइन पर भी काफी हिट है. जिसकी वजह से बड़े ईकार्मस साइट जैसे एमेजान, ईबे, शाॅपक्लूज, मंत्रा आदि ने 99 रूपीज सेक्शन भी बना रखें.है. विदेशों में 99 का फार्मूला आॅफलाइन और आॅनलाइन दोनों में काफी हिट है. यदि आप भी चाहे तो 99 रूपीज वाली वेबसाइट तैयार करके काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं. वेबसाइट बनवाने के बारे में और अधिक जानकारी के दिए गए लिंक पर क्लिक करें.

माल कहां मिलेगा

99 रूपीज माल आप अपने शहर के होलसेल मार्केट से खरीद सकते है. आॅनलाइन के माध्यम से खरीद सकते है. 99 रूपीज स्टोर के लिए माल खरीदने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें. यहां पर आपको 99 स्टोर के लिए माल लगभग 50 परसेंट मार्जिन पर मिल जाएंगा. (काॅपीराइट बिजनेस मंत्रा)

Gift shop : How to Open a Gift Shop

Gift shop : How to Open a Gift Shop

 

Related posts

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.