अब भी है मौका जन औषधि स्टोर के लिए करें अप्लाई

अब भी है मौका जन औषधि स्टोर के लिए करें अप्लाई

 

मोदी सरकार ने द्वारा मार्च 2019 तक देश में 5000 जन औषधि स्टोर खोलने का टारगेट रखा है. जिसमें से अब तक लगभग 4300 स्टोर खुल चुके हैं. मार्च तक बचे हुए 700 नए जन औषधि स्टोर खोलें जाएंगे. जन औषधि स्टोर के लिए कोई भी अप्लाई कर सकता है. यदि आप सरकार की शर्तों पर खरे उतरते हैं तो जन औषधि स्टोर खेलने की अनुमति पा सकते हैं. जिसके द्वारा हर माह आसानी से 25 हजार रुपए कमा सकते हैं.

सरकार की रिर्पोट के अनुसार, इन जन औषधि स्टोर की सेल्स काफी तेजी से बढ़ रही है, इसलिए इनकम में और भी बढ़ोतरी की संभावना है. यदि आप जन औषधि स्टोर खोलने में रूचि रखते हैं तो इसे बारे में आगे बताएं जा रहे बातों को फाॅलो करें.

जन औषधि स्टोर खोलने का पूरा खर्च उठाएगी सरकार

जनऔषधि केंद्र खोलने में भी तकरीबन 2.5 लाख रुपए ही खर्च होता है, यह पूरा खर्च सरकार खुद उठा रही है. साथ ही 20 दवाओं पर फीसदी कमीशन भी देगी. इस तरह प्रति माह इसके द्वारा 25 हजार रूपये कमाने का मौका मिल रहा है.
नए नियम के अनुसार सरकार ने जन औषधि स्टोर खोलने के लिए 2.5 रूपये देने का ऐलान किया था. उसे कैश के रूप में ना देकर हर महीने इंसेंटिव के रूप में देगी. इसकी वजह है सरकार ने पहले जनऔषधि केंद्र खोलने पर 2.5 लाख रुपए की सरकारी सहायता देने का ऐलान किया था.

यह हेल्प उनको नहीं मिल पा रहा था. इसके लिए सरकार ने अब यह तय किया है कि दवा बेचने पर मिलने वाले 20 फीसदी कमिशन के अलावा 10 फीसदी इंसेंटिव दिया जाएगा. यह इंसेंटिव हर महीने बैंक अकाउंट में भेज दिया जाएगा. सरकार की इस नई योजना के अनुसार, इंसेंटिव तब तक भेंजा जाएगा. जब तक कि 2.5 लाख रुपए पूरे न हो जाएं.
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कौन खोल सकता है जनऔषधि सेंटर

  • जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए सरकार द्वारा 3 कैटेगरी बनाई गई है.
  • जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए पहली कैटेगरी में कोई भी व्यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर, रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर स्टोर खोल सकेगा.
  • जनऔषधि सेंटर की दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट, एनजीओ, प्राइवेट हॉस्पिटल, सोसायटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप को स्टोर खोलने का मौका दिया जाएगा.
  • वहीं जनऔषधि सेंटर की तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों द्वारा नॉमिनेट की गई एजेंसी होगी.
  • जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए अच्छी लोकेशन पर 120 वर्गफुट एरिया में दुकान होनी आवश्यक है.
  • जनऔषधि सेंटर खोलने वालों को सरकार की ओर से 650 से ज्यादा दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

कैसी होगी इनकम

– जनऔषधि सेंटर के जरिए महीने में जितनी दवाएं सेल होगी, उन दवाओं का 20 फीसदी कमिशन के रूप में मिलेगा.

– इस लिहाज से यदि कोई एक माह में 1 लाख रुपए की सेल होती है. तो 20 हजार रुपए कमिशन मिलगा.

– ट्रेड मार्जिन के अलावा सरकार मंथली सेल पर 10 फीसदी इंसेंटिव देगी, जो आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगा. 1 लाख रुपए तक की सेल पर यह इंसेंटिव 10 हजार तक हो सकता है.

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– इस तरह से दुकानदार को ट्रेड मार्जिन के अलावा इंसेटिव के रूप में डबल मुनाफा होगा. यदि वह एक महीने में 1 लाख रुपए तक की दवा सेल करता है तो उसे मंथली 30 हजार रुपए तक इनकम हो जागगी.

– इससे अधिक दवा बेचने पर उसी अनुपात में कमिशन बढ़ जाएगा. इंसेंटिव 10 हजार से ज्यादा नहीं मिलेगा. इस तरह से कमिशन और इंसेंटिव के जरिए कमाई की गारंटी मिल रही है.

आवेदन के लिए जरूरी

जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए रिटेल ड्रग सेल करने का लाइसेंस जन औषधि स्टोर के नाम से होना जरूरी है. इसके साथ आवेदन करने के लिए आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की आवश्यकता होगी. वहीं संस्थान, एनजीओ, हॉस्पिटल, चैरिटेबल संस्था को आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, पंजीयन प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी.

– जो व्यक्ति या एजेंसी जनऔषधि सेंटर खोलना चाहता है, वह  https://janaushadhi.gov.in/ पर जाकर फार्म डाउनलोड कर सकता है.

– एप्लीकेशन को ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया (BPPI) के जनरल मैनेजर के नाम से भेजना होगा.

-ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया का एड्रेस जनऔषधि की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए जनऔषधि सेंटर की वेबसाइट पर विजीट करें.

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