काला चावल इन दिनों पूरे देश में काफी तेजी से पापुलर हो रहा है. एक मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार काले चावल में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने लिए कारगर गुण होते है. डाॅक्टर भी इसका इस्तेमाल करने के लिए कह रहे है. जिसके चलते लोग इसके प्रति काफी तेजी से आकर्षित हो रहे है.
काला चावल सेहत के अलावा किसानों को भी काफी प्राॅफिट दे रहा है. सफेद चावल के मुकाबले काले चावल की कीमत 500 फीसदी अधिक है.
असम, मणीपुर जैसे राज्यों में इसकी काफी खेती की जा रही है. काले चावल की खेती से वहां के किसान काफी लाभ कमा रहे हैं. काले चावल से होने वाले कमाई को देखते हुए पंजाब के अनेक किसानों ने भी इसकी खेती शुरू कर दी है.
काले चावल की खेती के लिए अलग आवो हवा की आवश्यकता नहीं होती है. पारंपरिक चावलों की खेती की तरह ही इसकी खेती की जाती है.
कम बरसात वाले इलाके में भी इसकी भरपूर खेती होती है.
आमतौर पर जहां चावल 80 रूपए किलो तक बिकता है वही काला चावल 250 रूपए किलो से 500 रूपए किलो तक आसानी से बिक जाता है.
एक ब्लाॅग के अनुसार मणीपुर इलाके में इस चावल की खेती काफी पापुलर हो रहा है. लगभग 10 प्रतिशत जमीन पर काले चावल की खेती हो रही है.
इसकी खेती में अन्य चावल की खेती से कम मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है.
आसम में इससे होने वाले लाभ को देखते हुए किसान काले चावल की खेती करने में रूचि ले रहे है. जिसके चलते वहां की सरकार भी लोगों को प्रोत्साहन देने के लिए मदद कर रही है.
यदि आपके इलाके में पारंपरिक चावल की खेती होती है. उस इलाके में काले चावल की खेती शुरू कर सकते हैं. और अच्छा लाभ कमा सकते हैं.
काले चावल के लिए बीज आप आॅनलाइन मंगवा सकते हैं. और काले चावल को आॅनलाइन बेच भी सकते हैं.
काले चावल की खेती के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने पास के कृषि विश्वविद्यालय में जाकर वहां से जानकारी ले सकते हैं.
खेती को यदि व्यवसाय की तरह किया जाएं तो वह अधिक फायदेमंद होता है. यदि आप खेती करते है तो परंपरा को तोड़कर कुछ नया करें. फिर देंखे इसका कितना लाभ मिलता है. हां नया तभी करें जब उसमें लाभ मिलें.
कृषि संबंधित पुस्तकें पढ़े और कृषि संबंधित सेमीनारों में जाएं. नए प्रयोग करके खेती करने वाले किसानों से मिले. इससे आपका भी ज्ञान बढ़ेगा और आप भी कुछ नया करने की सोचेंगें.