Business Ideas : ठेकेदार (Contractor) कैसे बने | यहां जानें Contractor योग्यता, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, कार्य पूरी जानकारी
Business Ideas – ठेकेदार (Contractor) कैसे बने, यहां जानें Contractor बनने के लिये योग्यता, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, कार्य आदि. यदि आपकी रूचि ठेकेदार बनने में हैं तो पोस्ट के साथ अंत तक बनें.
ठेकेदारी का काम सबसे ज्यादा कमाई वाला बिजनेस है. जिसकी वजह से अनेक लोग ठेकेदार बनना चाहते हैं. पर जानकारी ना होने की वजह से Contractor नहीं बन पाते हैं. यदि आप ठेकेदार बनना चाहते हैं. इस पोस्ट में हम ठेकेदार कैसे बनें? इसके लिये योग्यता, जरूरी डाक्यूमेंट, लायसेंस आदि के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

ठेकेदार का मतलब
जो व्यक्ति किसी इमारत के बनवाने या मरम्मत का काम करता है उसे ठेकेदार कहा जाता है. वैसे अन्य कई तरह के ठेकेदार भी होते हैं. जो व्यक्ति किसी निश्चित समय पर निश्चित रकम पर किसी काम को पूरा करवाने की जिम्मेदारी लेते है. उसे ठेकेदार कहा जाता है. ठेकेदार को अंग्रेजी में “कांट्रेक्टर” (Contractor) के नाम से जाना जाता है. Contractor के द्वारा मरम्मत करने का कार्य किया जाता है. ठेकेदार के द्वारा किसी कंपनी, घर, इमारत और सड़क आदि की मरम्मत करने के लिए लोगों, कंपनी और सरकार के द्वारा भी काम ठेके पर दिया जाता है. इसके बदले में उसे एक निर्धारित राशि दी जाती है. Contractor के द्वारा कार्य करने से पहले राशि का निर्धारण कर लिया जाता है.
ठेकेदार कैसे बने
कांट्रेक्टर बनने के लिए आपका पढ़ा लिखा होना बहुत जरूरी है. आपको ठेकेदारी से संबंधित विभिन्न पहलुओं को समझने की आवश्यकता होगी है. सामग्री का अच्छा नॉलेज होना भी जरूरी है. किसी काम का कांट्रेक्टर किस तरह से लिया जाता है. कहां से काम मिलता है? कांट्रेक्टर कैसे मिलता है इसके लिए कौन-कौन से लाइसेंस की जरूरत होती है. इन सब बातों को जानने के लिए आप शुरूआत में किसी बड़े कांट्रेक्टर के साथ काम करें. उनके अंडर काम करेंगे तो आपको बहुत सी बातें सिखने को मिलेगी. अनुभव से आप एक अच्छे ठेकेदार बन सकते हैं. क्योंकि एक ठेकेदार को अपना काम पुरी ज़िम्मेदारी के साथ करना होता है.
कांट्रेक्टर की योग्यता
किसी भी तरह के Contractor बनने के लिये शिक्षित होना जरूरी है. अनपड़ व्यक्ति ठेकेदार नहीं बन सकता. ठेकेदार लायसेंस प्राप्त करने के लिए उसे हर तरह के कंस्ट्रक्शन की अच्छी जानकारी होनी चाहिए.
जिस व्यक्ति को कंस्ट्रक्शन की जानकारी के साथ सारे कार्य करने का अच्छा अनुभव हो वह ठेकेदार बन सकता हैं.
सिविल ठेकेदार के लिए सिविल में डिगी या डिप्लोमा होना जरूरी है. वे लायसेंस की अप्लाई कर सकते हैं.
इसके साथ ही कंपनी रजिस्ट्रेशन, जीएसटी लेना होगा.
भारत के हर राज्य में ठेकेदारी लायसेंस प्राप्त करने के अलग-अलग नियम हैं. इसे बारे में आप राज्य सरकार की वेबसाइट पर देख सकते हैं.
ठेकेदार बनने के लिए योग्यता
- दसवीं पास करना आवश्यक है.
- 12वीं को 55 प्रतिशत अंकों के साथ पास करना अनिवार्य है.
- स्नातक की डिग्री (किसी भी विषय) होना चाहिए.
- सिविल डिप्लोमा होल्डर
- सिविल इंजीनियरिंग
ठेकेदार के ग्रेड (Grade of contractor)
हर ठेकेदार को इसकी शुरूआत फिफथ या फोर्थ ग्रेड के ठेकेदार शुरू करनी होती है.
बेहतर काम, समय और अनुभव के साथ ग्रेड बढ़ते रहते हैं.
डीडीए में फिलहाल क्लास फाइव, क्लास फोर, क्लास थर्ड क्लास सेकेंड, क्लास फस्र्ट ठेकेदारों को ग्रेड होते है.
लेबर रजिस्ट्रेशन फीस (Labour Licence Fees)
लेबर लाइसेंस फ़ीस क्या हैं
- 21 से 50 एम्प्लोयी है तो – 37 रुपय 50 पैसे देने होंगे
- 51 से 100 एम्प्लोयी है तो – 75 रुपय देने होंगे
- 101 से 200 एम्प्लोयी है तो – 150 रुपय देने होंगे
- 201 से 400 एम्प्लोयी है तो – 300 रुपय देने होंगे
एक अच्छे ठेकेदार के गुण (Qualities of a good contractor)
कांट्रेक्टर बनने के लिए तकनीकी की अच्छी नाॅलेज होनी चाहिए.
निमार्ण सं संबंधित सारी जानकारी होनी चाहिए. ताकि अपने काम को कुशलता से करवा सके.
निमार्ण संबंधित हर तरह के सुरक्षा का अच्छा ज्ञान होना चाहिए. ताकि किसी तरह की समस्या सामने ना आएं.
ठेकेदार में व्यवहार कुशल होनी चाहिए. उसकी अच्छी व्यवहार कुशलता लेबर और तकनीशियत पर अच्छा इम्प्रेशन डालता है.
अपने आपको काम को लंबा खिंचने के बजाए समय सीमा और बजट के अंदर करने का हुनर होना चाहिए.
Government Contractor कैसे बने?
यहां हम दिल्ली राज्य में डीडीए के सिविल कांट्रेक्टर बनने के लिए आवश्यक जानकारी दे रहे हैं. कंपनी के रजिस्ट्रेशन व जीएसटी लेने के साथ आपको डीडीए (DDA) की सीआरबी (CRB) यानी कांट्रैक्टर रजिस्टडर्ड बोर्ड (Contractor Registered board) में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. यह रजिस्ट्रेशन 5 साल तक मान्य होता है.
सीआरबी में रजिस्ट्रेशन होने के बाद डीडीए (DDA) में एनलिस्ट (Analyst) होना होता है. इसकी मेम्बरशीप लिए हर साल 10 हजार रूपये देने होते हैं.
डीडीए में एनलिस्ट होने के बाद आप सिविल कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के लिए बोली लगा सकते हैं. बोली लगाने की प्रक्रिया आजकल Online हो रही है. 49 Rupees Business Idea 2020 | Low budget startups in india
किसी भी ठेकेदार को शुरूआत में फोर ग्रेड का ठेकेदार माना जाता है. ऐसे में वह मात्र 40 हजार रूपये तक के ठेके लिए बोली लगा सकता हैं. जैसे-जैसे उसके काम का अनुभव बढ़ता जाता है ग्रेड बढ़ता जाता है.
- इसके लिए आपके पास Degree के साथ Diploma होना आवश्यक है.
- अपने Company का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.
- आपको GST Registration कराना होगा.
- DDA की CRB (Contractor Registered board) में पंजीकरण करवाना होगा.
- DDA में Analyst बनना होगा.
- Civil construction Project के लिए बोली के लिए आपको Online Bid डालनी होगी.
Noet :- इसके लिए आपको शुरुआत में आप Class 4 Contractor बनते हैं, जिसमें आपको 40 लाख रुपए तक के Projects मिलते हैं. यदि आप अपना काम सही ढंग से पूरा कर लेते हैं और इस क्षेत्र में आपका Experience बेहतर ही जाता है आपका Class Change हो जाता है.
सफल ठेकेदार बनने के कुछ जरूरी बातें
Some important things to be a successful contractor –
जो कान्ट्रैक्ट का काम आपको मिले उसे पूरी जिम्मेदारी के साथ बखूबी निभाएं.
यदि आप अपने जिम्मेदारी पर खरे नहीं उतरते हैं तो आपको मिला काम निरस्त भी हो सकता हैं.
किसी भी ठेके को प्राप्त करने के पहले और बाद उसके सारे डाक्युमेंट का अच्छे से पढ़ लें. जो बातें समझ ना आएं या अनलिगल लगे उस बारे में संबंधित अधिकारी से बात कर लें. बेहद आसान मस्ती भरे जाॅब
नियम के अनुसार मजदूरों को डेली भुगतान किया जाता है. इस बात का हमेशा ध्यान रखें.
काम शुरू करने के पहले साइट का विजिट जरूर करें ताकि आपको पता हो जाएं मटेरियल कहां डलवानी है.
फ्रेंड्स, हमें उम्मीद है Contractor बनने के लिए दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी. जानकारी अच्छी लगने पर इसे लाइक शेयर व कमेंट करें. आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं अगले किसी पोस्ट में एक और नई जानकारी के साथ गुडवाय टेक केयर. (काॅपीराइट बिजनेस मंत्रा)