#laghuudyog : गांव से शुरू करें मसाला उद्योग | How to start spices business in india
#laghuudyog, How to start spices business in india गांव से शुरू करें मसाला उद्योग, मसाला उद्योग ट्रेनिंग सेंटर, मसाला मंडी. आज हम जानकारी दे रहे है मसाला उद्योग कैसे शुरू करें. मसाला उद्योग शुरू करने में कितनी लागत आती है? क्या सरकार द्वारा मसाला उद्योग शुरू करने के लिए कोई सहायता दी जाती है? मसाला उद्योग शुरू करना चाहते है तो उसके लिए आपको कौन कौन से सरकारी लाइसेंस और परमिसन की आवश्यकता होगी? मसाला उद्योग को कहां शुरू करना बेहतर होगा? जैसे सवालो के जवाब आप जानना चाहते है तो हमारे साथ अंत तक बने रहे. इसके बाद भी कोई सवाल हो तो आप हमसे पूछ सकते हैं.
मसालों के बिना हम स्वाद की कल्पना नहीं कर सकते. मसाले जहां हमारे भोजन के स्वाद को बढ़ाते है वहीं मसालों का व्यापार कर मोटी कमाई कर सकते हैं.
भारत को मसालों का देश कहां जाता है. यहां अनेक प्रकार के मसालों की खेती होती है. हमारे देश में हर प्रांत में मसालों की अपनी एक खूबी है. खड़े मसालों के साथ पीसें मसालों तथा कई प्रकार के मसालों को एक साथ मिलाकर भी इस्तेमाल किया जाता है.
उत्पादन की दृष्टि से भारत विश्व में पहले नंबर पर है.
उत्पादन (टन में) उत्पादन
भारत 16,00,000 86%
चीन 66,000 4%
बांग्लादेश 48,000 3%
पाकिस्तान 45,300 2%
तुर्की 33,000 2%
नेपाल 15,500 1%
अन्य देश 60,900 3%
प्राचीन काल में मसालों का इस्तेमाल हाथ से पीस कर किया जाता था, जबकि अब पीसे मसालों का चलन बढ़ गया है. शहरी ही नहीं ग्रामीण इलाकों में भी इनकी मांग बढ़ती जा रही है. जिसके चलते मसाला उद्योग एक प्राॅफिटेबल बिजनेस बन गया है.
भारतीय मसालो के नाम indian spices names
हमारे देश में मसालों में धनिया, मेथी, सौंफ, जीरा, सरसों, अजोवन, कालीमिर्च, लौंग, इलाइची, दालचीनी, जायफल, तेजपत्ता, केसर, कलौंजी, हल्दी, मिर्च, कोकम, लहसून, अदरक आदि अनेक प्रकार के मसालो का उत्पादन होता है.
स्पाइसेस बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में लगभग 52 मसालों को रखा गया है, लेकिन आई एस ओ की सूची में 109 मसालों के नाम शामिल है. आप अपने क्षेत्र के अनुसार किसी भी मसाले का बिजनेस शुरू कर सकते है.
मसाला लघु उद्योग कैसे स्टार्ट करें
मसाला उद्योग को आप दो तरह से शुरू कर सकते है.
- खड़े मसाले का बिजनेस
- पीसे मसाले का बिजनेस
पीसे मसाला उद्योग शुरू करने के लिए साबुत मसालों को अच्छे से पीसकर उसे बढ़िया पैकिंग करके मार्केट में सेल करना होता है.
पीसे मसालों में मिर्च, हल्दी, धनिया, गर्म मसालें की डिमांड सबसे अधिक है. आजकल मार्केट में सब्जी मसाला, मीट मसाला, चिकन मसाला, छोले मसाला, पापड़ मसाला, अचार मसाला, सांभर मसाला, फ्रूट मसाला, चाट मसाला आदि की डिमांड भी बढ़ गई है.
यदि आप पीसे मसाले का बिजनेस शुरू करना चाहते है तो ट्रेनिंग लेकर शुरू करें. ट्रेनिंग लेने पर आप इसे काफी अच्छे तरीके से कर सकते हैं. ट्रेनिंग लेने का एक फायदा यह होता है कि विभिन्न प्रकार के मसाले जैसे सब्जी मसाला, मीट मसाला, चिकन मसाला छोले मसाला, पापड़ मसाला, अचार मसाला, सांभर मसाला, फ्रूट मसाला, चाट मसाला आदि मसालों को तैयार करने के लिए किन किन मसालों का उपयोग कितनी मात्रा में किया जाता है इस बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है.
मसालों की सूची Types Of Masala | indian masalas names
- Garam Masala – गरम मसाला
- Pizza Seasoning Powder – पिज्जा मसाला पाउडर
- Maggi Masala – मैगी मसाला
- Sambar Masala – सांभर मसाला
- Dabeli Masala – दाबेली मसाला
- Kitchen King Masala – किचन किंग मसाला
- Tandoori Masala – तंदूरी मसाला
- Chaat Masala – चाट मसाला
- Tea Masala – चाय मसाला
- Pav Bhaji Masala – पाव भाजी मसाला
- Meat Masala – मीट मसाला
खड़े मसाले का बिजनेस
जैसा की आप सभी को पता है कि देश में कई तरह के मासालों का उत्पादन होता है. खड़े मसाले में सूखी लाल मिर्च, हल्दी, धनिया, मेथी, सौंफ, जीरा, सरसों, अजोवाइन, कालीमिर्च, लौंग, इलाइची, दालचीनी, जायफल, तेजपत्ता, केसर, कलौंजी, कोकम आदि में से किसी एक का या दो चार खड़े मसालों का बिजनेस कर सकते है.
यदि आप खड़े मसाले का बिजनेस करना चाहते है तो अपने एरिया यानि आसपास के गांव में कौन से मसाले का उत्पादन सबसे अधिक होता है. इसके बारे में पता करें. आप चाहे तो आसपास के थोक मसाला मंडी से थोम में मसाला खरीद सकते हैं.
उस खड़े मसाले को थोक के भाव में वहां से खरीद लें. सौंफ, जीरा, मैथी, सरसों, कलौंजी, लौंग, इलाइची, तेजपत्ता, केसर, दालचीनी आदि जो भी खड़ा मसाला है उसे अच्छे से साफ कर लें.
मसाला पैकिंग पाउच
आप जिस भी मसाले का बिजनेस करना चाहते है मान लीजिए आप सौंफ का बिजनेस करना चाहते है तो उसे अच्छे से साफ करके उसकी 100 ग्राम, 200ग्राम, 500ग्राम की पैकिंग कर लें.
खड़े मसाले के तैयार पैकेट को होलसेल मार्केट में थोक के भाव बेच दे. आप चाहे तो रिटेलर को भी डायरेक्ट सेल कर सकते है. होलसेल मार्केट में कम समय में आप एक साथ माल को बेच सकते है लेकिन रिटेल में सेल करने के लिए आपको थोड़ा समय देना पड़ेगा. लेकिन इसमें होलसेल की तुलना में कमाई अधिक होती है.
खड़ा मसाला पैकिंग पाउच बिजनेस शुरू करें या पीसा मसाला पैकिंग पाउच बिजनेस इसके लिए पैकिंग मशीन की आवश्यकता होगी. पैकिंग मशीन की मदद से आप पैकेट बनाकर सेल कर सकते हैं.
khada masala ingredients in hindi |khade masale list के नाम ऊपर दिए गए है. वहां से देख सकते है.
मसाला उद्योग कहां शुरू करें
इस बिजनेस को आप किसी भी छोटे बड़े शहर में शुरू कर सकते हैं. यदि आप छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते है तो अपने शहर या आसपास के गांव में करें.
मार्केट में शाॅप खोलकर मसाला बिजनेस शुरू कर सकते है. गांव व कस्बों में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार में मसाला सेल कर सकते है.
यदि आप बड़े स्तर पर मसाला उद्योग करना चाहते है तो इसे देश में ही नहीं पूरी दुनिया में कर सकते हैं.
आपको पता होगा, भारत में विश्व का 89 प्रतिशत मसालों का उत्पादन किया जाता है. और मसाला निर्यात करने वाले देशों में भारत पहले नंबर पर है. भारत से 48 प्रतिशत मसाला का निर्यात किया जाता है.
भारत से दुनिया के हर छोटे बड़े देशों में किसी ना किसी मसालें का निर्यात किया जाता है. यदि आप मसालों का निर्यात करना चाहते है तो यह भी आपके लिए अच्छा ऑप्शन है.
यदि आप विदेशों में खड़ा मसाला हो या पीसा मसालों का निर्यात करना चाहते है तो इसके लिए आपको सरकार द्वारा निर्धारित कुछ गाइड लाइनों को फोलो करना होगा. इसके बाद ही आपको विदेशो में निर्यात करने की परमिशन मिलेगी.
मसालों का निर्यात करना चाहते है तो ‘कृषि और सहकारिता विभाग’ और ‘भारतीय मसाला बोर्ड’ से संपर्क करके जानकारी ले सकते है.
मसाला उद्योग में स्कोप
आज भारत में कई छोटी बड़ी कंपनियां इस बिजनेस के द्वारा लांखों करोड़ों की कमाई कर रही है. इसकी वजह भारत देश में गरीब हो या अमीर, शहर हो या गांव, कस्बे में ऐसी कोई रसोई नहीं है जहां मसालों का इस्तेमाल ना किया जाता हो. हर घर में खड़ा मसाला और पीसे मसाले का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है.
इसके अलावा होटल, ढ़ाबा, केंटिन, रेस्त्रोरेंट, फूड काॅर्नर, छोटे छोटे ठेलों में चलने वाले पानीपूरी, चाट, कुल्छे आदि जगहों पर बनाएं जानेवाले खाद्य पदार्थो में इनका खूब इस्तेमाल किया जाता है.
खाना वाले के अलावा मसालों का इस्तेमाल अचार, पापड़, चटनी, साॅस, केचप, चिप्स, कुरमुरे, नमकीन, समोसे, कचैरी सूखे नाश्ते आदि खाद्य पदार्थो में भी अनेक प्रकार के पीसे और खड़े मसाले का इस्तेमाल किया जाता है.
मसालों के इस्तेमाल को देखते हुए आप समझ ही गए होगें की मसाला उद्योग में कितना अच्छा स्कोप है. इस उद्योग में कमाई के कई रास्ते है. सबसे अच्छी बात तो यह है कि मसाले की डिमांड बारहों महीने रहती है. ऐसे में आप मसाला व्यवसाय से अच्छी कमाई कर सकते है.
मसाला उद्योग ट्रेनिंग सेंटर masala udyog training
मसाला उद्योग को शुरू करने के पहले इसकी ट्रेनिंग ले लें. मसाला उद्योग के बारे में ट्रेनिंग के लिए अधिक पढ़ा लिखा होने की आवश्यकता नहीं होती, कई सरकारी गैरसरकारी संस्थान मसाला उद्योग की ट्रेनिंग देते है. मसाला उद्योग की ट्रेनिंग खादी ग्राम उद्योग से ले सकते हैं. देश में सभी राज्यों में खादी ग्राम उद्योग ट्रेनिंग सेंटर स्थित है.
देश में स्थित खादी ग्रामो उद्योग से ट्रेनिंग सेंटर के नाम, पता और फोन नंबर के बारे में जानना चाहते है तो यहां क्लिक करें.
खादी ग्रामीण से ट्रेनिंग लेने के बाद बिजनेस शुरू करने के लिए बैंक तथा खादी ग्रामो उद्योग से लोन भी मिल जाता है.
मसाला मंडी – भारत का सबसे बड़ा मसाला थोक बाजार
मसाला मंडी wholesale masala market / wholesale spice market in india – देश के हर राज्य में थोक मसाला मंडी है. लेकिन देश का सबसे बड़ा मसाला मंडी दिल्ली में है. जहां देश के हर राज्यों से मसाले आते है. इतना ही नहीं विदेशों से भी यहां मसाले बिकने के लिए आते है. पुरानी दिल्ली के मशहूर चांदनी चौक के पश्चिमी हिस्से में बनी खारी बावली आज के समय में एशिया की सबसे बड़ी मसाला मार्केट मानी जाती है. यह एक बहुत ही व्यवस्थित बाजार है. इस बाजार में देश की विभिन्न मसाला उत्पादक मंडियों जैसे निजामाबाद से हल्दी, कोटा से धनिया, ऊंझा से जीरा, गुंटूर से लाल मिर्च, कोच्चि या मंगलूर से इलायची आदि मंडियों से यहां मसाले आते है. फिर यहां से देश के कई बाजारों में इसकी आपूर्ति की जाती है.
मसाला उद्योग के लिए सरकारी लाइसेंस रजिस्ट्रेशन
जहां तक मसाला उद्योग शुरू करने के लिए स्थानीय नियमों की बात है यह राज्य एवं शहर के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं. लेकिन शुरूआती तौर पर उद्यमी चाहे तो अपने बिजनेस को One Person Company के तहत रजिस्टर कर सकता है.
बिजनेस शुरू करने के लिए शाॅप एक्ट लायसेंस जिसे गुमस्ता भी कहा जाता है, लेना जरूरी है तथा उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होगी. उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया जाता है.
यदि आपका बिजनेस 20 लाख से अधिक का होता है और आप अपने क्षेत्र के अलावा भी अन्य प्रदेशों में मसाला बिजनेस करना चाहते है तो आपको जीएसटी लायसेंस लेना होगा.
जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन अप्लाई कैसे कर सकते हैं? हालांकि यह सब करने से पहले आपको अपने व्यापार के नाम से पैन कार्ड एवं चालू खाता खोलना पड़ेगा.
यदि आप एक ब्रांड के तौर पर बिजनेस को करना चाहते है तो कंपनी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होगी. कंपनी रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
इन सबके अलावा आप चाहे तो अपने बिजनेस को उद्योग आधार के तहत भी पंजीकृत करा सकता है.
मसाला उद्योग के लिए आवश्यक सामाग्री
पीसा मसाला उद्योग शुरू करें या खड़े मसाला, दोनों के लिए ही राॅ मटेरियल में सूखे खड़े मसालों की आवश्यकता होगी. पैकिग के लिए पैकेजिंग मशीन की आवश्यकता होगी.
पीसा मसाला उद्योग शुरू करने के लिए ग्राइंडर मशीन की आवश्यकता होगी जिसमें खड़े मसाले को बारिक पीसा जा सकें. मार्केट में कई साइज और डिजाइन वाली मशीने मिलती है. आप अपने बजट और जगह के हिसाब से छोटी या बड़ी मशीन खरीद सकते हैं. मसाला उद्योग मशीन प्राइस आप इंडियामार्ट की वेबसाइट पर सर्च कर सकते हैं.
मसाला उद्योग शुरू करने के लिए पर्याप्ट जगह की आवश्यकता होगी. जहां राॅ मटेरियल के तौर पर खड़ा मसाला रखने, मसाला पीसने के लिए आवश्यक मशीनों को रखने और पैकिंग के लिए पर्याप्त जगह हो.
मसाला उद्योग जहां शुरू करेंगे वहां कामर्शियल इलैक्ट्रिक कनैक्शन होना चाहिए. बिजली बिल बचाने के चक्कर में घरेलू कनेक्शन या अवैध तरीके से इसे ना चलाएं. पकड़े जाने पर लाखों रूपए का जुर्माना देना पड़ेगा. हो सकता है बिजनेस ही चोपट हो जाएं.
मसाला उद्योग लागत
छोटे स्तर पर मसाला उद्योग शुरू करने के लिए 50 हजार से एक लाख रूपए की और बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू करने के लिए लगभग दो से पांच लाख रूपए की आवश्यकता होगी.
सरकारी मदद
मसाला उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी कई तरह की योजनाएं चला रही है.
- गवर्नमेंट सब्सिडी फॉर नई बिज़नेस
- महिला उद्योग
- व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन
- सब्सिडी के प्रकार
- गोदाम निर्माण पर सब्सिडी 2019
- बिना गारंटी लोन योजना 2020
- महिला स्वयंरोजगार
- शिक्षित बेरोजगार लोन
- महिला रोजगार लोन
- नो गारंटी लोन
भारत सरकार की संस्था एमएसएमई यानी मिनीस्टिरी ऑफ माइक्रो स्माल एण्ड मीडियम इंटरप्राइजेज द्वारा भी मसाला उद्योग शुरू करने के लिए लोन दिया जाता है.
प्रधानमंत्री रोजगार योजना और मुद्रा योजना के तहत भी आप मसाला उद्योग के लिए लोन ले सकते है.
मसाला व्यवसाय के लिए बैंक से भी लोन ले सकते है. लोन लेने के लिए बिजनेस का एक प्रोजेक्ट तैयार करके बैंक में जमा करना होगा.
बिजनेस टिप्स
मसाला बिजनेस शुरू करने के लिए कुछ सरकारी नियमों को पूरा करना होगा.
मसाला बिजनेस शुरू करने के लिए किसी तरह के लायसेंस आदि के बारे में जानकारी आप नजदीकी जिला लघु उद्योग केन्द्र में जाकर ले सकते हैं.
फ्रेंड्स, मुझे उम्मीद है आपको मसाला उद्योग के बारे में दी गई जानकारी पसंद आई होगी. इसे लाइक और शेयर करें. नमस्कार (काॅपीराइट बिजनेस मंत्रा)