मार्केट में पानी के जार, मिनरल वाटर की बोतलें, सॉफ्ट ड्रिंक की बोतलें, खाद्य तेल की बोतलें, कॉस्मेटिक पैकिंग, घरों में इस्तेमाल होने वाला जार तथा फ्रीज में रखी जाने वाली पानी की बोतलें देखी होगी. वह सारी प्लास्टिक से ही बने होते हैं. प्लास्टिक सस्ता एवं टिकाऊ होने की वजह से इसका उपयोग काफी संख्या में किया जा रहा है.
ऐसे में प्लास्टिक के विभिन्न आकार प्रकार के बोतलों का निर्माण करना प्राॅफिटेबल बिजनेस है. प्लास्टिक से छोटे-बड़े, गोल-चैकोर, पतले-मोटे, कई प्रकार, आकार व डिजाइन की खूबसूरत बोतलें तैयार की जा सकती है.
कच्चा माल
इन बोतलों को स्ट्रेच मोलडेड पद्धति द्वारा तैयार किया जाता है. इन बोतलों को बनाने में काम आने वाला कच्चा माल भी आसानी से मिल जाता है. यह एक रिसाइक्लिंग पदार्थ होने की वजह से कच्चे माल की कमी कभी भी नहीं होती है.
प्लास्टिक के बोतल तैयार करने के लिए कच्चा माल में पोलिमर्स, कच्चा प्लास्टिक, पीवीसी, पीआईटी पोलिथीन एवं केमिकल कलर्स इत्यादि की आवश्यकता होती है. इसे डिजाइन व आकार देने के लिए डाई की आवश्यकता होती है.
प्रशिक्षण कहां से लें
प्लास्टिक उद्योग शुरू करने से पहले इसका प्रशिक्षण अवश्य ले लें. प्रशिक्षण के दौरान इसमें उपयोग होने वाला कच्चा माल, मशीन आदि की पूरी जानकारी मिल जाएगी. प्रशिक्षण के लिए खादी ग्रामोउद्योग से संपर्क कर सकते हैं.
मार्केटिग कैसे करें
प्लास्टिक से कई तरह के बोतलें तैयार होती है. आप किस तरह के बोतलें तैयार कर रहे हैं. उसके आधार पर आप को मार्केटिंग करनी होगी. मार्केटिंग के लिए आप कर्मचारियों को रख सकते हैं.
घरों में इस्तेमाल होने वाले, प्लास्टिक के जार, जग या फ्रीज में रखने होने वाली बोतलों का निर्माण कर रहे हंै तो इसके लिए थोक मार्केट या रिटेलर से संपर्क कर सकते हैं. आसपास के शहर, कस्बे के छोटे-बड़े जनरल स्टोर, सूपर मार्केट, माॅल आदि से संपर्क करके आॅर्डर लेना सकते हैं.
यदि आप मिनरल वाटर, खाद्य तेल, शैम्पू या काॅस्मेटिक से संबंधित प्लास्टिक के बोतल तैयार कर रहे है तो आपको इससे संबंधित उद्योग करने वालों से संपर्क करके उनसे आॅर्डर लेना होगा. यहां से आॅर्डर मिलने पर हो सकता है आपको उनके हिसाब से डिजाइन व साइज तैयार करके देना पड़ेगा क्योंकि हर कोई अपने प्रोडेक्ट के अनुसार अपनी पसंद के डिजाइन, आकार व साइज का इस्तेमाल करते है. चाहे तो आप भी अपने द्वारा तैयार डिजाइन के बोतलों को दिखाकर आॅर्डर ले सकते हैं.
लगने वाली लागत
प्लास्टिक बोतल निर्माण उद्योग शुरू करने के लिए 10 से 15 लाख रूपए की आवश्यकता होगी. साथ ही इसके लिए 5000 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता होगी जिसमें 5-6 कुशल तथा 9-10 अर्ध कुशल मजदूर काम कर सके. इस उद्योग से सालाना 7 से 8 लाख रुपए कमाया जा सकता हैं.
यह उद्योग लघु उद्योग के श्रेणी में आता है, इसे शुरू करने के लिए प्रधान मंत्री रोजगार योजना, मुद्रा योजना और बैंक से लोन भी दिया जाता है.
इन बातों का ध्यान रखें
यह उद्योग रसायनिक उद्योग से संबंधित होने की वजह से कई तरह के लायसेंस की आवश्यकता होती है. उद्योग से संबंधित जानकारी के लिए संबन्धित विभाग से संपर्क करें. इसके लिए आप जिला उद्योग केंद्र में जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
प्लास्टिक के बोतलों को तैयार करने की फैक्टरी शहर या गांव से दूर यानी आवासीय क्षेत्र से दूर शुरू करें. इस उद्योग के लिए सरकार ने कुछ नियम बनाएं है उन नियमों को ध्यान में रखकर आप काम करेंगे तो कोई परेशानी नहीं होगी.
किसी भी उद्योग में प्राॅफिट स्वयं द्वारा की जाने वाली मेहनत पर डिपेंड करता है. आप जितनी अधिक मेहनत करेगें, प्राॅफिट भी उतनी अधिक होती है.